अर्नब गोस्वामी(Republic TV Editor in Chief) को महाराष्ट्र पोलिस द्वारा 4 नवंबर को उनके आवास से गिरफ़्तार कर लिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से मामला अन्वय नाइक नामक एक 53 वर्षीय इंटिरीअर डिज़ाइनर और उनकी माँ की 2018 में हुई मृत्यु से सम्बंधित है।
अर्नब गोस्वामी(Republic TV Editor in Chief) को महाराष्ट्र पोलिस द्वारा 4 नवंबर को उनके आवास से गिरफ़्तार कर लिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से मामला अन्वय नाइक नामक एक 53 वर्षीय इंटिरीअर डिज़ाइनर और उनकी माँ की 2018 में हुई मृत्यु से सम्बंधित है।
क्या है आरोप
अन्वय नाइक द्वारा लिखे अपने सुसाइड नोट में उन्होंने अर्नब समेत अन्य तीन लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
पोलिस के मुताबिक़ रिपब्लिक Tv का स्टूडीओ तैयार करने वाली अन्वय नाइक की कम्पनी कॉनकॉर्ड डिज़ाइन प्राईवेट लिमिटेड का 83 लाख रुपया अर्नब नहीं चुका रहे थे,साथ ही उन्होंने दो अन्य कम्पनियों स्मार्ट वर्क्स और स्काइमीडिया पर भी भुगतान न करने का आरोप लगाया जिसके कारण उन्होंने आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर ली।
अलीबाग़ कोर्ट ने बुधवार रात को अर्नब को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रखने का फ़ैसला सुनाया है
अब वह 16 नवम्बर तक जूडिशल कस्टडी में रहेंगे।
अर्नब ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है, चौथा स्तम्भ कहे जाने वाले मीडिया के वरिष्ठ पत्रकार को ऐसे ज़बर्दस्ती गिरफ़्तार किए जाने से लोगों में आक्रोश दिखाई दे रहा है,अमित शाह ने भी इसे मुंबई पुलिस एवं सरकार की तानाशाही बताते हुवे गिरफ़्तारी की कड़ी निंदा की है।
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